ऊसराहार में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा उपायों के तहत लगाए गए जालियों को काटकर अवैध रास्ते बना दिए गए हैं, जिससे सड़क सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। यह घटना सुरक्षा नियमों के उल्लंघन की ओर इशारा करती है, जहां कुछ असामाजिक तत्वों ने जालियों को काटकर एक्सप्रेसवे पर अवैध रास्ते बना लिए हैं, ताकि वे बिना टोल का भुगतान किए एक्सप्रेसवे पर प्रवेश कर सकें या निकल सकें।
जालियों का उद्देश्य एक्सप्रेसवे पर अवैध प्रवेश को रोकना और दुर्घटनाओं की संभावनाओं को कम करना था। लेकिन अब यह जालियां काटी जा रही हैं, जिससे न केवल अवैध प्रवेश बढ़ा है, बल्कि सड़क पर हादसों का खतरा भी बढ़ गया है। अक्सर इन अवैध रास्तों का इस्तेमाल स्थानीय लोग, मोटरसाइकिल चालक और अन्य वाहन सवार करते हैं, जो एक्सप्रेसवे की मुख्य सड़क पर जाने के बजाय इन कटे हुए रास्तों का उपयोग करते हैं।
इस तरह के अवैध रास्तों के निर्माण से एक्सप्रेसवे पर दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ गया है, क्योंकि वहां से गुजरने वाले वाहन अचानक मुड़ने या गलत दिशा में जाने की वजह से टक्कर का शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा, वाहनों की गति में अचानक बदलाव भी हादसों को बढ़ा सकता है।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस को इस गंभीर समस्या का समाधान शीघ्रता से ढूंढना होगा और एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा की स्थिति को सुनिश्चित करना होगा। इसके लिए जालियों की मरम्मत और अवैध रास्तों को बंद करने की जरूरत है।